Mehandripur Balaji temple is situated in Rajasthan Dausa district dedicated to lord Hanuman known for solving the problems of his devotee. For more to know about the history of mehandipurdham visit
Bhog and Aarti Timing of Mehandipur Balaji. श्री बाला जी महाराज के दरवार में दरखास्त क्या होती है?
अर्जी क्या होती है? सवामणि क्या होती या प्रसाद घर लाना चाहिए या नही? तो आइये जानते श्री बाला जी महाराज जी के भोग के विषय में- दरखास्त अर्जी सवामणिराज भोगश्री बालाजी महाराज का जल 1. Free download Bhajan. भजन - कीर्तन - आरती जय सीताराम जी भक्तो , आप सभी भक्तो के द्वारा दिए गए सुझावों को ध्यान में रखते हुए हम श्री बाला जी महाराज जी की वेबसाइट पे श्री हनुमान जी एवं राजा राम चन्द्र जी के कुछ भजन प्रस्तुत कर रहे है ।
आप सभी भक्तगण इन् सभी भजनो को एक सिंगल क्लिक में डाउनलोड कर सकते है । आपको जो भी भजन डाउनलोड करना हो उस भजन पे क्लिक कीजिये बस । जय जय सियाराम जी ॥ श्री मेहंदीपुर धाम - चमत्कारिक मेहंदीपुर बालाजी मंदिर: सिंदूर के जादूई प्रभाव से मिला था हनुमान जी को अमरत्व, रातों-रात बदलें अपनी किस्मत. रामायणकी एक कथा के अनुसार एक बार जगत माता जानकी सीता जी अपनी मांग में सिंदूर लगा रही थीं।
उसी समय हनुमान जी आ गए और सीता जी को सिंदूर लगाते देखकर बोले, ‘‘माता जी यह लाल द्रव्य जो आप मस्तक पर लगा रही हैं, यह क्या है और इसके लगाने से क्या होता है?’’ श्रीहनुमान जी का प्रश्र सुनकर सीता जी क्षण भर चुप रहीं और फिर बोलीं, ‘‘यह सिंदूर है। इसके लगाने से प्रभु दीर्घायु होते हैं और मुझसे सदैव प्रसन्न रहते हैं। Best Hotels and Dharmshala in Mehandipur Balaji Dham. Story of Balaji Mandir Now in Hindi Website of Mehandipur Balaji. How to Reach Mehandipur Balaji Temple Rajasthan. धाम में आने के मार्ग हवाई जहाज के माध्यम से: यदि आप हवाई जहाज के माद्यम से आना चाहते है तो आप जयपुर या दिल्ली तक आ सकते है हवाई जहाज से ।
वहां से श्री मेंहन्दीपुर धाम आएं । जयपुर एवं दिल्ली से डायरेक्ट बस सेवा एवं प्राइवेट टेक्सी आसनी से मिल जाती है । जयपुर से बाला जी धाम तकरीवन 100 किमी है जबकि दिल्ली से 260 किमी है । ट्रैन के माध्यम से: यदि आप ट्रैन से आना चाहते है तो आप बांदीकुई स्टेशन से श्री मेहंदीपुर धाम आ सकते है सबसे पास यही रेलवे स्टेशन है । Ritual Activity in Mehandipur Balaji - Shri Mehandipur Dham. श्री बालाजी महाराज के मंदिर की दिनचर्या प्रतिदिन सुबह पांच बजे मुख्यद्वार खुलने के साथ शुरू होती है।
मंदिर की धुलाई-सफाई और फिर श्री बाला जी महाराज की पूजा-अर्चना होती है । सबसे पहले श्री बालाजी महाराज का गंगाजल से अभिषेक होता है। अभिषेक वैदिक रीति से मंत्रोचारण के साथ होता है। पांच पुजारी इसमें लगते हैं।